Shri Ram Jaanki Baithe Hai MP3 Song Download
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Artist | Ram Kumar Lakha |
Type | song |
Album | Shri Ram Jaanki Baithe Hai |
Year | 2022 |
Release Date | 2022-04-06 |
Duration | 8:35 |
Language | hindi |
Label | Saregama |
Play Count | 4,543,514 |
Explicit Content | No |
Download Links
Quality | Type | Action |
---|---|---|
12kbps | MP3 | |
48kbps | MP3 | |
96kbps | MP3 | |
160kbps | MP3 | |
320kbps | MP3 |
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Lyrics
श्री राम चन्द्र जी माहाराज के भरे दरवर में विबिशन ने ताना मारा
की ऐ बजरंगी क्या तेरे मन में भी राम है
हनुमान जी ने श्री राम का नाम लिया और सीना फाड़ा
बोले ले देख जय श्री राम
नहीं चलाओ बाण व्यंग के
ऐ विभिषण
ताना ना सह पाऊं
क्यूँ तोड़ी है माला
तुझे ऐ लंकापति बतलाऊं
मुझमें भी है तुझमें भी है
सब में है समझाऊँ
ऐ लंकापति विभीषण
ले देख
मैं तुझको आज दिखाऊं
और बीर बजरंगी ने सीना चिर दिया
और बोले ले देख
जय जय श्री राम
जय जय श्री राम
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझ को रस चाहिए
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझ को रस चाहिए
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझको रस चाहिए
सुख मिले, सुख मिले ऐसे अमृत को पीने में
सुख मिले ऐसे अमृत को पीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया रामजी का सदा चिंतन करूँ
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया राम का सदा ही मै चिंतन करूँ
उन्मोल कोई भी चीज मेरे काम की नहीं
ऐ विभीषण जिसति अगर उसमें छवि मेरे सिया राम की नहीं
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया रामजी का सदा चिंतन करूँ
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया राम का सदा ही मै चिंतन करूँ
सच्चा आनंद है
सच्चा आनंद है ऐसे ही जीने में
सच्चा आनंद है ऐसे ही जीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
कोई मस्ती
कोई मस्ती ना सागर के मीने में
कोई मस्ती ना सागर के मीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
की ऐ बजरंगी क्या तेरे मन में भी राम है
हनुमान जी ने श्री राम का नाम लिया और सीना फाड़ा
बोले ले देख जय श्री राम
नहीं चलाओ बाण व्यंग के
ऐ विभिषण
ताना ना सह पाऊं
क्यूँ तोड़ी है माला
तुझे ऐ लंकापति बतलाऊं
मुझमें भी है तुझमें भी है
सब में है समझाऊँ
ऐ लंकापति विभीषण
ले देख
मैं तुझको आज दिखाऊं
और बीर बजरंगी ने सीना चिर दिया
और बोले ले देख
जय जय श्री राम
जय जय श्री राम
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझ को रस चाहिए
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझ को रस चाहिए
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
राम के नाम का मुझको रस चाहिए
सुख मिले, सुख मिले ऐसे अमृत को पीने में
सुख मिले ऐसे अमृत को पीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया रामजी का सदा चिंतन करूँ
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया राम का सदा ही मै चिंतन करूँ
उन्मोल कोई भी चीज मेरे काम की नहीं
ऐ विभीषण जिसति अगर उसमें छवि मेरे सिया राम की नहीं
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया रामजी का सदा चिंतन करूँ
राम रसिया हूँ मैं राम सुमिरण करूँ
सिया राम का सदा ही मै चिंतन करूँ
सच्चा आनंद है
सच्चा आनंद है ऐसे ही जीने में
सच्चा आनंद है ऐसे ही जीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
फाड़ सीना हैं सबको ये दिखला दिया
भक्ति में मस्ती है बेधड़क दिखला दिया
कोई मस्ती
कोई मस्ती ना सागर के मीने में
कोई मस्ती ना सागर के मीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
देख लो मेरे दिल के नगीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में